देशव्यापी कर्मचारियो की हड़ताल से कामकाज ठप, डाकघर के कर्मचारी भी धरने पर बैठे

मंगलवार को देश भर के करोड़ों कर्मचारी सरकार की नीतियों के खिलाफ हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल का आह्वान देश की 10 बड़ी ट्रेड यूनियनों ने किया है। इसमें बैंक, बीमा, कोयला खनन, राज्य परिवहन, निर्माण एजेंसी जैसी क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल हैं। इसी देश व्यापी हड़ताल में का हिस्सा अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ भी बना है।

देशव्यापी कर्मचारियो की हड़ताल से कामकाज ठप, डाकघर के कर्मचारी भी धरने पर बैठे
डाकर कर्मचारी संगठन की हड़ताल

देश के कई विभाग के कर्मचारी हड़ताल में हुए शामिल

रीवा। मंगलवार को देशव्यापी हड़ताल बुलाई गई है। हस हड़ताल में सभी ट्रेड यूनिट शामिल हुए हैं। बैंक से लेकर डाकघर, आशा कार्यकर्ता, बीमा कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।  देशव्यापी हड़ताल में डाकघर के सभी तृतीय वर्ग कर्मचारी शामिल हुए हैं। डाकघर के बाहर ही हड़ताल पर बैठे हुए हैं। कर्मचारियों ने सरकार के चार लेबर कोड का विरोध किया है। डाक कर्मचारी संघ के सिद्धेश्वर सिंह ने बताया कि डाकघर कर्मचारियो ने आज की हड़ताल का समर्थन किया है। उन्होने बताया कि डाक घर के कर्मचारियें की 21 सूत्रीय मांगे हैं। इनमें प्रमुख रूप से ओल्ड पेंशन स्कीम, न्यूनतम वेतन देने, केन्द्र और स्टेट गवर्नमेंट के 2 करोड़ खाली पदों पर नियमित भर्ती करने, निजीकरण बंद करने, ठेका प्रथा पर रोक लगाने, पेंशन एमेडमेंट बिल वापस लेने, श्रम संहिता में काले नियमों को वापस लेने की मांग की गई है। इस हड़ताल में सभी मजदूर संघटन शामिल हैं। इस हड़ताल से विभाग में डाक सेवाएं ठप पड़ गई हैं। कर्मचारियों की इस हड़ताल का अधिकारियों ने भी समर्थन दिया है।